रविवार, 7 अगस्त 2011

तुम पूछों और मै न बताऊ

तुम पूछों और मै न बताऊ, जिंदगी के ऐसे तो हालात नहीं !

बस इक ज़रा सा दिल ही टूटा है, और कोई तो बात नहीं !

परेशाँ है मेरा दिल खुद मुझसे ही, और कोई तो बात नहीं !

किसी नज़्म ने छुआ भर है मुझको, और कोई तो बात नहीं !

......

कभी टल जाऊं तूफ़ान से ,हरगिज़ मैं वो साहिल भी नहीं !

ज़रा हवा के झोँके बाँहों में ले लूँ,और कोई तो साथ नहीं !

मगरूर नहीं बेबाक हूँ दिल से, पर किसी से कोई एतराज नहीं !

किसी को लगता बुरा तो लगा करे ,मेरा इरादा तो कोई ख़ास नहीं !

जीना चाहूँ आसमान के साथ , अब और कोई तो ख्वाब नहीं !
मुट्ठी में कर लूं माहताब को मै, गुलों का तो कोई हिसाब नही !

क्यूँ पीछे पड़ा है जमाना, मेरा कोई तो गलत बयान नहीं !

किसी को बेवजह रंज दूँ ,मैं ऐसा कोई मेरा अरमान नहीं !
कब निकल जाए वक़्त करीने का, इसका भी अंदाज़ नहीं !
इसीलिए जीतi हूँ बिंदास हर पल को,और तो कोई बात नहीं

DILEEP VAISHYA

gunaah

Aaj Mujhe Ek Gunaah Karne Do,

Mujhe Tum Apne Aap Mein Khone Do,

Apne Aapko Meri Aagosh Mein Karke,

Mujhe Pariyo Ke Des Mein Khone Do,

Apni Chudiyon Ki Khan Khan Se

Mere Kaanon Mein Ras Gholne Do,

Apne Lambe Kaale Baalon Se

Ek Ghata Sawan Hone Do,

Apne Honthon Se Phir Mujhe

Ek Ghunt Jaam Pine Do,

Apni Muskurahat Se Phir Ek Seher Hone Do,

Apne Dilki Dhadkan Ko Aaj Betartib Hone Do,

Aaj Maine Teri Aankhon Mein Phir Dekha Hai Apne Aapko,

Na Band Karna Ye Palkein Kuch Der Ke Liye To Apna Hone Do,

Aaj Mujhe Ek Gunah Karne Do,

Mujhe Tum Apne Aap Mein Khone Do…

gumo ki kahani

Fir ek cigaret jala raha hu,
Fir ek tilli bujha raha hu,
Unki nazar me ye ek gunah h,
Mai to uske waade bhula raha hu.
Samajhna mat isko meri aadat.
Mai to bas dhua uda raha hu.
Ye unki yaado ke silsile h.
Mai unki yaade jala raha hu.
Mai peekar itna behak chuka hu.
ki gam ke kisse suna raha hu.
एक सामान्य व्यक्ति की 1000 इच्छायें होती हैं .... लेकिन एक सैनिक की केवल 1 ही, सुरक्षित घर आने की .... मैं जानता हूँ कि आप में से 97% इसको दोबारा पोस्ट नहीं करेंगे .... लेकिन 3% है जो करेंगे......एक घायल योद्धा या जो शहीद हो गया है, उसके सम्मान में, .... या जो हमारी स्वतंत्रता के लिए आज भी लड़ रहा है.....

DILEEP VAISHYA

कुछ भले लोग आरक्षण का नरेगा और स्वरोजगार कार्यक्रम बनाना चाहते हैं। गरीबी उन्मूलन का 17वां या 19वां कार्यक्रम। सामाजिक गैर-बराबरी दूर करना इनके लिए महत्वपूर्ण नहीं है। दरअसल इसके हिसाब से भारत में सामाजिक गैर-बराबरी है ही नहीं। वह तो चांद की समस्या है।

DILEEP VAISHYA
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hi dear friend my name dileep kumar vaishya from pratapgharh u.p.